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हरित क्रांति

  भारत मे अर्थव्यवस्ता Indian Economy in hindi भारतीय अर्थव्यवस्ता  अंग्रेजो के समय ओर अंग्रेजो के बाद   विश्व की आर्थिक प्रणाली  राष्ट्रीय   आय क्या होती है ? मुद्रास्फीति (Inflation) क्या है ? मौद्रिक नीति क्या है  ? राजकोषीय नीति  हरित क्रांति समय (1966-1967) लाल बहादुर शास्त्री जी के समय मे हुआ था ।      हरित क्रांति क्यूं हुआ था ? भारत मे खाद्य उत्पादन को बढ़ाने के लिए हरित क्रांति लाया गया था । देश मे 60 के दशक मे हरित क्रांति आई परिणाम स्वरूप देश मे कृषि मे आत्मनिर्भरता प्राप्त हुई ।   हरित क्रांति मे क्या हुआ था ? बीजों को बदला गया था । मेक्सिको से शंकर बीज लाए गए थे । भारतीय विज्ञानिकों ने इसका प्रयोग गहूँ पर किया जिससे गहूँ का पैदावार 60-70 क्विंटल प्रति हेक्टेर बढ़ गया । यह खाद्य की वस्तुओ (धान, गहूँ ,और मोठे अनाज) पर प्रयोग होती थी । उत्पाद तथा उत्पादकता मे बृद्धि आ गई । परंपरागत कृषि व्यवस्था के जगह आधुनिक कृषि को बढ़ावा दिया गया । उत्तम किस्मों के रसायनों का प्रयोग होने लगा । अखाद्य फसलों को इस...

राजकोषीय नीति, प्राथमिक क्षेत्रक (Primary Sector), भूमि सुधार कार्यक्रम

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  भारत मे अर्थव्यवस्ता Indian Economy in hindi भारतीय अर्थव्यवस्ता  अंग्रेजो के समय ओर अंग्रेजो के बाद   विश्व की आर्थिक प्रणाली  राष्ट्रीय   आय क्या होती है ? मुद्रास्फीति (Inflation) क्या है ? मौद्रिक नीति क्या है ? राजकोषीय नीति राजकोषीय नीति सरकार के आय ,व्यय और ऋण प्रबंधन का लेख जोखा होता है । राजकोषीय नीति मे बजट मे आय व्यय का हिसाब होता है । अगर सरकार के बजट मे आय से अधिक व्यय हो जाए तो सरकार विभिन्न तरीके से इस घाटे को पूरा करती है – 1.     राजस्व नीति - कर ( Tex ) बढ़ा देगी । 2.     व्यय नीति – समाज की सुरक्षा तथा लोगों की जीवन गुणवार्ता को सुधारने के लिए राज्य द्वारा सार्वजनिक व्यय किया जाता है जिसके अंतर्गत सुरक्षा ,सामाजिक सेवाएं ,विकाशसात्मक व्यय आता है , इन सब को सरकार कम कर देगी जिससे अर्थव्यवस्था मे ज्यादा पैसे नहीं पहुचेगा और महंगाई कम हो जाएगी । प्राथमिक क्षेत्रक ( Primary Sector ) भारत एक कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था है । देश के जनसंख्या का 60% हिस्सा कृषि तथा उसके संबंधित क्षेत्रो मे काम करती है । ए...

मौद्रिक नीति क्या है ?

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भारत मे अर्थव्यवस्ता Indian Economy in hindi भारतीय अर्थव्यवस्ता  अंग्रेजो के समय ओर अंग्रेजो के बाद   विश्व की आर्थिक प्रणाली  राष्ट्रीय   आय क्या होती है ? मुद्रास्फीति (Inflation) क्या है ? मौद्रिक नीति बाजार मे पैसे को कम या ज्यादा करने के क्रिया-विधि को मौद्रिक नीति कहते हैं । यह नीति मुद्रा की आपूर्ति को नियंत्रित रखता है । RBI बैंको को पैसे देता है पर जिस दर पर बैंको को कर्ज देता है या फिर जिस दर पे पैसा वापस लेता है यह RBI तय करता है और यह मौद्रिक नीति के आधार पर होता है ।   CRR (Cash Reserve Ratio) नगद आरक्षित अनुपात RBI के अनुसार बैंको के पास किसी भी रूप मे पैसा आए ( Saving ,Current ,FD, RD , etc ) उसे उसका 4% नगद के रूप मे रखना अनिवार्य है ,उसे CRR (Cash Reserve Ratio) कहा जाता है । अगर RBI CRR को कम या ज्यादा करे तो इससे बजार मे पैसा कम या ज्यादा हो सकता है । अगर महंगाई बढ़ जाती है तो RBI CRR को बढ़ा देगी जिससे बाजार मे पैसा कम हो जाएगा और महंगाई कम हो जाएगी । और जब RBI को बाजार मे पैसा बढ़ाना हो तो CRR को कमा देगी जिससे महंगाई ...

मुद्रास्फीति Inflation क्या है ?

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  भारत मे अर्थव्यवस्ता Indian Economy in hindi भारतीय अर्थव्यवस्ता  अंग्रेजो के समय ओर अंग्रेजो के बाद   विश्व की आर्थिक प्रणाली  राष्ट्रीय   आय क्या होती है ? मुद्रास्फीति क्या है ? जब किसी देश की अर्थव्यवस्था मे सामान्य किमत का स्थर लगातार बढ़ने लगे और मुद्रा का मूलत कम हो जाए उसे मुद्रास्फीति कहते हैं । उदाहरण के लिए 2010 मे 100 रुपए मे जितना सामान आता था आज के समय मएउतन ही सामान लाने के लिए 200 रुपए लगेंगे तो हम ये कहेंगे की मुद्रास्फीति 100% बढ़ गया है । अगर अर्थव्यवस्था मे कीमत कुछ समय के लिए बढ़े फिर कम हो जाए फिर बढ़ जाए तो उसे मुद्रास्फीति नहीं कहेंगे । मुद्रास्फीति की कीमत लगातार बढ़ना चाहिए । एक निश्चित आय के लोगों पर मुद्रास्फीति का बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है , क्यूंकि चीजों का मूल्य तो बढ़ता जाता है पार उनके आय मे कोई बढ़त नहीं होता इस प्रकार एक देश के लिए मुद्रास्फीति का बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है । मुद्रास्फीति मुद्रा के क्रय समता का काम हो जाना । मुद्रा का मूल्य कम हो जाना । महंगाई बढ़ जाना । कारण बाजार मे आपूर्ति ( Supply ) का कम हो जाना...

राष्ट्रीय आय (National Income) क्या होती है ?

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    भारत मे अर्थव्यवस्ता Indian Economy in hindi भारतीय अर्थव्यवस्ता  अंग्रेजो के समय ओर अंग्रेजो के बाद   विश्व की आर्थिक प्रणाली  राष्ट्रीय आय ( National Income ) GDP (Gross Domestic Product) सकल घरेलू उत्पाद NDP (Net Domestic Product) शुद्ध घरेलू उत्पाद GNP(Gross National Product) सकल राष्ट्रीय उत्पाद NNP(Net National Product) शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद   1.GDP (Gross Domestic Product): सकल घरेलू उत्पाद किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का एक वृतीय वर्ष मे घरेलू सीमा की भीतर उत्पादित अंतिम वस्तुओ और सेवाओं का मौद्रित मूल्य का योग GDP कहलाता है ।   भारत का वृतीय वर्ष – 1 अप्रैल से 31 मार्च 2. NDP (Net Domestic Product): शुद्ध घरेलू उत्पाद किसी अर्थव्यवस्था मे GDP मे एक वर्ष के घिसाव और टूटफूट के मौद्रित मूल्य को घटा दिया जाता है तब उससे NDP मिल जाता है । 3. GNP (Gross National Product): सकल राष्ट्रीय उत्पाद किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का एक वृतीय वर्ष मे उस देश के नागरिकों द्वारा उत्पादित अंतिम वस्तुओं और सवाओं का मौद्...